10 Best Love stories in Hindi|प्रेम कहानी हिंदी में (2024)

4.5/5 - (2 votes)

Love stories in hindi-आज हमलोग इस article में कुछ बेहतरीन love stories जानेंगे जो आपकों काफी पसंद आने वाला हैं।सच्ची प्रेम कहानी ऐसी होती जो दो दिलों का अनमोल बंधन होता हैं।सच्चा प्रेमी उसे कहते जो जन्मों जन्मों तक जीने मरने की कसमें खाते हैं।

हम प्राचीन समय से ही कई प्रेम कहानियां के बारे में सुने होंगे जैसे की हिंर रांझा, लैला मजनू इत्यादि।इस नए world में भी इन सच्चे प्रेम कहानियों के बारे में बाते की जाती हैं।इन्हें आज भी एक सच्चे प्रेम के रिश्तो में उदारहण के तौर पर देखते हैं।आज यहाँ हमलोग कुछ सच्चे प्रेम कहानियों के किस्से जानेंगे।

Love Stories in Hindi|सच्ची प्रेम कहानी इन हिंदी

आज हमलोग इस article में love stories in hindi से related कुछ बेहतरीन लव स्टोरी लेकर आपके पास लाए हैं।यहाँ हमलोग इस लेख में सच्ची प्रेम कहानियों को संग्रह आपके पास लाए हैं।आपकों ये प्रेम कहानियाँ बहुत ज्यादा। पसंद आने वाला हैं।

सच्ची प्रेम कहानी सच्चे प्रेम का अच्छा उदाहरण हैं।सच्चे प्रेम कहानी वहीं होती हैं जिसमें दो प्यार करने वाले जीने मरने की सच्ची कसमें खाते हैं।

चलिए कुछ बेहतरीन प्रेम कहानियों का संग्रह देखते हैं।

Romeo Juliet Love story in hindi|रोमियो-जूलियट की दर्द भरी प्रेम कहानी

love stories in hindi
source:wikimedia

Romeo Juliet नामक प्रेम कथा History की सच्चे प्रेम कथा पर आधारित है।इस प्रेम कथा के रचयिता मशहूर लेखक William shakespeare ने 1591 से 1595 के बीच लिखा था।कुछ समय के बाद इस प्रेम कथा को 1597 से किताब के प्रकाशित किया जाने लगा।

उस समय किताबों में बताई गई कहानी के शब्दों की गुणवत्ता ज्यादा अच्छी नहीं थी।जिसके कारण इसकी कहानी लेखन गुणवत्ता को सुधारने के लिए काफी बदलाव किया गया था।अन्य लेखकों ने रोमियो और जूलियट की प्रेम कहानी को ओर भी बेहतर बनाने के लिए समय-समय पर काफी बदलाव किए गए थे।

Romeo juliet प्रेम कहानी की शुरूवात होती है एक इटालियन पार्टी से जहां पर रोमियो जूलियट से मिलता हैं।इस पार्टी के दौरान दोनों को एक दूसरे से प्यार हो जाता हैं लेकिन दोनों के परिवारो में काफी गहरी दुश्मनी हुआ करती थी जिसके बारे में Romeo और Juliet को काफी अच्छे से पता था और उन्हें यह भी आभास था कि वे लोग उन दोनों को शादी नहीं करने देंगे।

इस दुश्मनी के कारण Romeo और Juliet ने किसी से बिन बताए छुपकर शादी कर ली।जब यह बात Juliet के भाई को पता चला तो वह Romeo को मारने लगा।इस घटना के दौरान दोनों में लड़ाई होने लगी और गलती से Romeo ने Juliet के भाई की हत्या कर दी।जिसके बाद Romeo ने उस शहर को छोड़ कर भाग गया।

लेकिन Juliet Romeo के बिना नहीं रह सकती थी।Juliet Romeo के साथ भागने के लिए एक योजना तैयार करती हैं जिसमे वह मरने का बहाना करती हैं।Romeo को इस योजना का थोड़ा सा भी अंदेशा नहीं था।जब जूलियट ने नींद की दवा खाकर मरने का नाटक करती हैं तो यह बात Romeo को पता चल जाता हैं।

रोमियो इस बात को सच मान लेता हैं की जूलियट ने नींद की गोली खाकर आत्मा हत्या कर ली।रोमियो ने जूलियट को सच में मरा हुआ समझ कर खुद भी जहर पीकर आत्महत्या कर लेता हैं।जब जूलियट होश में आई तो उसने रोमियों को मृत अवस्था में पाया।जूलिएट ने रोमियो को मरा हुआ देखकर दुखी होकर खुदकुशी कर ली।

इस प्रेम कहानी से पता चलता हैं कि romeo और juliet एक दूसरे से कितना ज्यादा प्रेम करते थे।दोनों ने अपने प्रेम को पाने के लिए आत्महत्या कर लेते हैं।

ओस की बूंदों में तुम्हारी यादें Short Love story in hindi

love stories in hindi

जब मैं 11वीं में पढ़ता था।मैं अपने स्कूल हर रोज जाया करता था लेकिन तभी मैं स्कूल के दोस्तों के साथ बहुत ज्यादा घुला- मिला नहीं था।उस समय मेरे स्कूल के 9वीं कक्षा में एक लड़की पढ़ती थी।वह हर रोज मेरे class में किसी न किसी बहाने आती थी।कभी अपनी copy check करवाने आती, तो कभी book हाथ में लिए teacher से कुछ पूछने के बहाने आया करती थी।जब भी वह आती तो मुझे हल्का सा मुस्कुराकर देखा करती थी।

कई बार उसने यहीं किया तो मैंने उसपर गौर करना शुरू कर दिया।अगली बार वो मेरे classroom में आई तो मेरे सामने आकर खड़ी हो गई और हल्के हल्के मुस्कुराने लगी।उसने मुझसे कहा, ‘आपके पास 9th class के notes है?

क्या आप मुझे यह Notes दे सकते हैं।उस दिन हमारी पहली मुलाकात थी और उसके बाद से वो मुझे पसंद आने लगी थी।

अगले दो तीन मुलाकातों के बाद उससे मुझे प्यार हो गया था। जिस दिन हमारी उससे स्कूल में बात होती थी।उस रात वो मेरे सपने तक में आ जाती थी।ऐसी घटना मेरे साथ कई बार हुआ था।इसके करीब एक महीने बाद उसने मुझे एक letter भेजा था जिसपर लिखा था ‘I love you’ तुम्हारी कोमल।इसके बाद मैंने भी उसे return में एक letter लिखा था जो मेरा पहला प्रेम पत्र था।

उसके बाद सुबह सुबह घने कोहरे के बीच हम दोनों एक साथ स्कूल जाया करते थे और रास्ते भर बातें किया करते रहते थे। स्कूल पहुंचकर बगीचे में फूलों पर चमकती ओस की बूंदों से खेला करते थे।

इस कहानी से पता चलता हैं कि कैसे दो अजनबी प्रेमी अंजान तरीके से प्यार करते हैं और यह प्यार कितने आगे तक चला जाता हैं।

प्यार ने दिया जीवन का लक्ष्य Love Stories in Hindi

love stories in hindi

मैं जब 7वीं कक्षा में पढ़ता था तभी मेरे क्लास में एक सुंदर लड़की पढ़ती थी जिससे मुझे प्यार हो गया था।उसे देखकर मुझे अपनी जीवन का असली लक्ष्य का पता चला था।उस वक्त मैं अपनी कक्षा पढ़ाई में काफी कमजोर था और उसी समय वह काफी अच्छे नंबर लाती थी।तभी मुझें उसे impress करने का एक बेहतरीन आइडिया समझ आया।तभी मैंने तय कर लिया कि आने वाले exam में, मैं भी अच्छे अंक लाऊंगा।उस दिन से मैं अपने पढ़ाई में पूरा ध्यान लगा दिया और जी-जान से पढ़ाई मे जुट गया।

मैं एक अच्छे नंबर से पास हुआ और फर्स्ट रैंक लाया।मेरे सभी साथी और शिक्षक मेरी इस सफलता से पूरी तरह हैरान और खुश हो गए थे।कक्षा में अच्छे अंक से उत्तरीण होने पर मुझे Class का मॉनिटर बनाया गया।इसके बाद मैं अपने स्कूल में famous होता गया और एक दिन ऐसा आया जो कि उस लड़की ने मुझसे copy मांगी और मेरी handwriting देखकर काफी impress हो गई।

उस दिन मेरी पहली बार उससे बात हुई थी।अगले दिन वह school time से 30 minute पहले ही उपस्थित हो जाती थी और मुझसे काफी बातचीत करने लगी और धीरे धीरे हम दोनों के बीच दोस्ती हो गई।

कई साल हो गए फिर भी मैं उसे propose नहीं कर पाया। एक दिन मुझे पता चला कि वह अमीर घराना से belong करती है और एक अच्छी family से आती है तो मैंने उसे propose करने का फैसला टाल दिया।

मैं उस दिन ठान लिया कि मैं सबसे पहले उसके परिवार की हैसियत के बराबार अपनी हैसियत बनाऊंगा और उसके बाद ही उसे purpose करने के बारे में सोचूंगा।

इसलिए मैं अपने village को छोड़कर lucknow चला आया और NDA की तैयारी में पूरी तरह से जुट गया।अब मेरी जीवन का उद्देश्य है कि मैं इस परीक्षा में अच्छे अंक से उत्तरीण कर लूं और फिर अपने प्यार का हासिल करूं।उसने मुझे मेरी जिंदगी का लक्ष्य दे दिया।

इस तरह मेरे इस प्यार ने मुझें अपने लक्ष्य को निर्धारण करने में योगदान किया।

हमें मिलना ही था Love Stories in Hindi

love stories in hindi
source:wikimedia

आपको मेरी यह प्रेम कहानी थोड़ी फिल्मी लगेगी।मैंने उनको कभी नहीं देखा था और न ही कभी विदेश जाने का सपना देखा था।मै तो बस आगे पढ़ना चाहती थी लेकिन मेरे माँ पिताजी मेरी शादी करवाना चाहते थे।एक दिन मैंने गुस्से में कह दिया कि अगर आपलोग मुझसे इतना ही परेशान हो तो आप मेरी शादी कर दो।

लेकिन मेरी एक शर्त हैं कि आप इंडिया के छोड़ किसी दूसरे देश में कर दो ताकि मैं आप लोगों से कभी भी न मिल सकूं।जैसे ही मैंने हाँ कहा, अगले दिन हमारे घर एक बुआजी एक रिश्ता लेकर आ जाती हैं और वो भी विदेश से।मैंने लड़के के बिना जाने समझे गुस्से में हां कर दी।और तो और मैंने फोटो देखना भी ठीक नहीं समझा।

माता पिता ने बात आगे बढ़ाई तो पता चला कि लड़का एक डॉक्टर है जो कि Holland में रहता हैं।अगले सप्ताह लड़के वालों का फोन भी आ गया।मन में बहुत डर था कि एक तो लड़का डॉक्टर और मेरे से बिलकुल भी अलग।मैं कहा पत्रकारिता की डॉक्टर और वो दिमाग का डॉक्टर, दोनों का कोई भी मेल नहीं था।ये सब के बाउजूद मैंने बिना देखे हां कर दी थी।ये कुछ भी नहीं सोचा था कि वो कैसा होगा काला-गोरा या फिर लंगड़ा लुलहा फिर भी मैंने हाँ कर दिया था।

मैंने सोचा कि अब तो ओखली में सिर दे ही दिया ही तो मुसलों से अब क्या डरना, एक दिन मैंने लड़के की माँ से फोन पर बात किया और फिर लड़के से बात किया।जब उसने पहली बार मुझें फोन पर hello बोला वैसे ही उसने मुझे अपने अंदर वशीभूत कर लिया।

आगे उसने क्या बोला या कहा मैंने सुना ही नहीं, उसकी आवाज़ सुनते ही जैसे मेरे मन का डर पूरी तरह से छूमंतर हो गया और मुझे उसी समय से उससे प्यार हो गया। फिर उसके बाद छह महीने तक हम दोनों के बीच फोन पर बात होती रही लेकिन अभी तक हम दोनों के बीच कोई भी मुलाकात नहीं हुई।

May महीने में वो अपने भाई के साथ भारत आया तभी हमारी सगाई की तारीख पक्की हो गई थी।सगाई से एक दिन पहले मैंने उन्हें देखा पर शर्म और संकोच के मारे मुंह से कुछ बोल भी नहीं पाई।वो जैसे मेरे मन की बात समझ गया था।

उसके बाद उसने सबसे पहले मेरे भाई से बात किया और फिर मुझसे।

उस एक फोन की बात से हमारा प्यार का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ की वह आज हमारी शादी के दस वर्ष हो जाने पर भी कायम है।

आज हमारी दो प्यारी बेटियां हैं जो बिना कहे समझ जाती है। हम दोनों का जन्मदिन भी एक ही दिन है।इसलिए अभी तक हम यही मानते है कि शायद भगवान ने ही हमे दो अलग-अलग देशो में पैदा करके भी एक साथ रहने के लिए बनाया है।

जो मै माँ पापा से दूर जाने कि बात कहती थी वो भी आज सच हो गया और अब मैं अपने माँ पिता से कभी कभी ही मिल पाती हूँ लेकिन पति और ससुराल से इतना सारा प्यार मिला है कि वहां की कमी कभी खलती नहीं है।

ममी-पापा मान जाओ प्लीज Love Stories in Hindi

love stories in hindi

मैं एक Private company मे Job करता हूँ।मैं एक साल पहले facebook पर एक लड़की की profile देखी थी जिसमे उसका mobile number लिखा था।मैंने उसे call किया और उससे कहा कि तुम अपने mobile number को hide कर दो वरना लड़के तुम्हे call करके परेशान करेंगे।वह Facebook पर नई थी।मेरी इस बात को सुनकर घबरा गई और अपनी friend से कहके नम्बर को hide करवा दिया था।

उसकी friend ने number को hide कर दिया और इसके बाद से हमारी love story शुरू हो जाती हैं।हम रात को 12 या 1 बजे तक बातें किया करते थे।वह मुझे हमेशा पढ़ाई करने पर जोर देती थी।मुझे उसकी यही आदत अच्छी लगने लगी थी।

मैंने पिछले “Valentine” को propose day के दिन उसकी एक clssmate से पूछा कि क्या आज के दिन लड़की को propose करने पर मना तो नहीं करेगी तो उसने कहा की नहीं आज के दिन propose करने पर मना नहीं करेगी।

उसके कहने पर मुझमें हिम्मत सा आ गया और मैंने उसे propose कर दिया।उसके बाद उसने reply करना तक बंद कर दिया।एक दिन मुझे लगा की वह मुझसे गुस्सा हो गई तो मैंने उससे कहा की मैंने तो उसदिन मजाक में बोला था।

तुम सीरियस क्यों हो गईं?

तो उसका जवाब आया की मैं तो खुश हो गई थी मगर तुम्हें ऐसा मजाक नहीं करना चाहिए था।सच में ही ऐसा बोल देते।मैंने कहा अरे नहीं मैंने सच ही बोला है।मैं तुमसे सच में प्यार करने लगा हूँ।

वह हंसने लगी और मेरी कही गई बातों को मजाक में लेना शुरू कर दिया।दोबारा से हम दोनों में काफी बातें होने लगीं।उसके बाद जब मैं अपने गांव गया तो मुझे बहुत बुरा लग रहा था।मैंने गांव जाकर उससे कहा मुझे यहाँ बहुत बुरा लग रहा है।

मुझे रोना आ गया।इस रोने की वजह से मेरी किस्मत खुल गई।तभी से वह मुझसे प्यार करने लगी।

उसने मुझे दबाव डाला कि तुम जल्द से जल्द दिल्ली आ जाओ।उसके कहने से मैं तुरंत दिल्ली आ गया।हम 8 महीने बाद एक दूसरे से मिले तो मुझे बहुत ज्यादा शर्म आ रही थी।धीरे धीरे वह मुझे अच्छी तरह से समझती तो मैं उसे समझता था।अब हमलोग कई बार मिल गए हैं।अब मुझे शर्म भी नहीं आती हैं।

मैं उससे बहुत ज्यादा प्यार करने लगा था।मगर यहाँ सबसे बड़ी problem आ गई।हम दोनों की जाति विराधिया अलग अलग हैं।उसके माता-पिता inter caste marriage के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं लेकिन मैं उसे किसी भी हाल में पाने की ज़िद में अड़ा था।

वह भी अपने मा-पिता को hurt नहीं करना चाहती थी।अगर उसने अपने घर में किसी को कुछ भी बताया तो घर में हंगामा हो जाएगा।इस डर की वजह से उसने अपने घर में यह बात नहीं बताया है।मैं आपके माध्यम से उसके माता-पिता को समझाना चाहता हूं कि जाति प्रथा जैसी दकियानूसी बातों पर यकीन न करें।प्लीज हमारी feelings को समझे।हम आपके आशीर्वाद के साथ जिंदगी बिताना चाहते हैं।

प्यार में है सज़ा भी (Short Love Story in Hindi)

love stories in hindi
source:wikimedia

मैंरा नाम आरती हैं।मेरी विवाह सुभाष नाम के लड़के के साथ हुई हैं।हमारी शादी को लगभग 20 साल हो गए हैं।उस दौर में हमारी प्रेम कहानी बहुत मुश्किल दौर से गुजरी थी लेकिन आज हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं।हमारी कहानी कुछ इस तरह है…

मेरी सुभाष से पहली मुलाक़ात अपनी दीदी के देवर की शादी में हुई थी।यहीं से हमारी दोस्ती शुरू हुई।सुभाष मेरे जीजा जी के दोस्त होने के कारण वह हमारे घर रोजाना आया करता था।

हमारी दोस्ती प्यार में कब बदल गया, इसका थोड़ा सा भी अहसास हमे नहीं हुआ।एक दिन मेरे पापा ने मेरे रिश्ते की बात मुझसे पूछा।उस दिन मैंने पापा से कहा कि मुझे सुभाष पसंद है लेकिन मेरे घरवालों ने कहा कि वह हमारी Caste और विराधिरी का नहीं है और तेरी शादी उससे नहीं हो सकती हैं।

इस बात पर मैंने अपने परिवार से कहा कि जब वह इतने समय से हमारे घर आ रहे थे तब तो आप उन्हें अपने बेटे जैसा प्यार क्यों दे रहे थे।अब मैं उन्हें चाहने लगी हूँ तो आपकों हमारे बीच में Caste कहां से आ गया।

फिर मेरी माँ ने मुझसे कहा की तू उसे भूल जा क्योंकि उससे तेरी शादी नहीं हो सकती हैं।लेकिन मुझे अपने इन 6 सालों के प्यार को भूल पाना मुश्किल नहीं नामुमकिन हो गया था।

फिर मैंने सुभाष से बात किया और उन्हें बताया कि मेरे मम्मी-पापा मेरे लिए लड़का ढूंढ रहे हैं।अब हम क्या करें।तब मनोज ने मेरे जीजा जी राजन से बात की जो कि उनके दोस्त भी थे। जीजाजी ने भी साफ साफ कह दिया की तुम दोनों की शादी नहीं हो सकती हैं।

लेकिन तुम दोनों court marriage कर सकते हो।कुछ समय बाद, मैं तुम्हारे घर वालों को मना लूंगा। लेकिन फिर भी मैंने ऐसा कदम नहीं उठाया और 6 महीने तक घरवालों को मनाने की कोशिश करती रही लेकिन वो लोग हमारी बात को नहीं माने थे।

मेरे घरवाले को पता था कि सुभाष और मैं settled हूँ लेकिन फिर भी caste को लेकर अड़े हुए थे और शादी के लिए तैयार नहीं हुए।जब मेरे घर की ओर से शादी का दबाव बढ़ने लगा और मुझे लड़का देखने आ गया।तो मैंने और सुभाष ने जीजा सुजीत की सलाह मानकर शादी कर ली।शादी के बाद जब मैं अपने ससुराल पहुँची तो उन्होंने भी हमदोनो को अपनाने से मना कर दिया।तभी सुभाष के एक दोस्त ने हमें अपनी घर में जगह दी।लेकिन हमलोगों को किसी और के घर में ज्यादा समय तक रहना सही नहीं था।

तब हम दोनों ने नौकरी ढूंढनी शुरु कर दी।थोड़ी दिक्कतें तो आईं लेकिन उसके बाद हमें नौकरी मिल गई।हमने किराए पर एक कमरा ले लिया।शुरुआती दिन में हम दोनों ने बहुत मुश्किल से गुजारा किया।

कई बार तो हमारे पास खाने के पैसे भी नहीं हुआ करते थे पर हमने कभी भी एक-दूसरे से कोई शिकायत नहीं किया।हम सभी को यहीं दिखाना चाहते थे कि हमारा प्यार सच्चा है और प्रेम विवाह भी कामयाब होते हैं।

कुछ समय बाद हमारी एक बेटी हुई।इसके बाद मेरे ससुराल वाले हमें घर वापस ले आए।इससे हमारा financial condition थोड़ा ठीक हुआ।अब 3 साल बाद मेंरे घर में दूसरी बेटी का जन्म हुआ लेकिन मेरे घरवालों ने मुझे आज तक नहीं अपनाया।मेरी शादी के 3 साल के पश्चात मेरे पापा की मौत हो जाती हैं।मेरे घरवालों को लगता है कि मैं उनकी मौत के लिए जिम्मेदार हूँ।

आज 20 साल की शादी के बाद मैं अपनी दो परी जैसी बेटियां और पति के साथ बहुत खुश हूँ।आज भी मुझे अपने घरवाले का इंतज़ार है।मैं चाहती हूं कि कम से कम मेरी मम्मी मुझे माफ करके अपने सीने से लगा लें और ढेर सारा प्यार करें।

फिल्मों वाली प्रेम कहानी (Love Story in Hindi)

love stories in hindi

जब किसी अनदेखी अनजाने की हर बात अच्छी लगने लगे, हर खुशी और हर गम को साझा करने का दिल करने लगे ऐसी love story में उन अनदेखे-अंजानों का मिलना वाकई दिलचस्प होता है।यह कहानी 1999 में एक फिल्म ‘Sirf tum’ की हैं।यह कहानी आपने फिल्मों में देखें होंगे।फिल्म वाली यह कहानी मेरी जीवन में घटेगी, ऐसा मैंने कभी परिकल्पना भी नही किया था।

एक दूसरे को चिट्ठी लिखकर अपने दिल का हाल बताना और हर बार मिलते-मिलते फिर बिछड़ जाना, ऐसे ही बार-बार यह घटना फ़िल्म की तरह थी।मेंरे कहानी में फ़र्क़ सिर्फ इतना है कि हम एक-दूसरे को चिट्ठी न लिखकर chat किया करते थे।

यह 2011 की बात है जब मेरे family member मुझे शादी के लिए मनाने में जुटे थे और मैं शादी के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं था।यह बात मुझे अक्सर परेशान करता था।जब भी मेंरे परिवार वाले शादी की बात करते तो मैं बात पलट देता या फिर नाराज होकर वहां से चला जाता था।

इसी दौरान chatting के जरिए मेरी मुलाकात Suman नाम की लड़की से हुई।कुछ दिनों उपरांत हमारी एक अच्छी दोस्ती हो गई।एक दिन मैंने अपनी शादी वाली बाते Suman को बताया तो Suman यह बात सुनकर पूरी तरह हैरान हो गई थी।

उसने बताया कि वो भी इसी तरह के problem का सामना कर रही है।हमारे बीच की समान परेशानियां हम दोनों में नजदीकियां बढ़ा दिया था।करीब आठ महीनें तक हमारे बीच chatting होती रही।

अब कहानी में एक ट्विस्ट आया।

Chatting के दौरान हमने कई बार एक-दूसरे से मिलने की भी बात की लेकिन हर बार कोई न कोई problem आ खड़ा हो जाता था।फिर से मुझें शादी को लेकर परिवार का दबाव बनाया जाने लगा था।

Chatting के दौरान मैंने सुमन से जिक्र किया कि लड़की को लेकर परिवार का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।मैंने फेसबुक पर उस लड़की के बारे में सुमन को बताया तो सुमन को शक हुआ की जैसे उसी की बात हो रही है।

सुमन ने मुझसे पूछने लगी, ‘लड़की का नाम क्या है और वो कहां रहती है।मैंने उससे कहा कि मुझे उसके बारे में कुछ भी पता नहीं हैं।जब शादी ही नहीं करनी तो उसका नाम पूछकर क्या करूंगा।

लेकिन सुमन जिद करने लगी तो मुझे अपनी भाभी से उसका नाम और एड्रेस पूछकर सुमन को बताना पड़ा।इसके बाद से सुमन मुझसे बात करना बंद कर दी।मैं इस बात को लेकर काफी परेशान हो गया।

लेकिन कुछ दिन बाद मैंने भी इन चीज़ों में ध्यान देना बिल्कुल भी बंद कर दिया और जिस लड़की से परिवार के लोग शादी करने के लिए मुझें दबाव डालते थे उससे शादी करने के लिए मैंने हाँ कह दिया था।विवाह के दिन दुल्हन मेरे सामने थी और उसने जब मुझे बताया कि वह ही सुमन है तो मैं उसे देखता ही रहा।मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था की वाकई यह सच है।मुझे लगा कि कहीं मैं स्वपन तो नहीं देख रहा लेकिन यह सत्य था। इस तरह मेरी यह फिल्मी सी दिखनी वाली सच्ची प्रेम कहानी थी।

मन से हुए हम एक-दूसरे के (Heart touching Love Story in Hindi for facebook)

love stories in hindi

मेरे ऑफिस में एक लड़की काम कर रही थी।उसकी BA का एग्जाम था मुझसे 15 दिन के लिए छुट्टी लेकर चली गई।अगले दिन से ही मुझे उसका फोन लगातार आने लगा।2-3 दिन बाद ना जाने मुझे क्या हुआ कि उसके फोन का इंतज़ार होने लगा।जब उसका phone सुबह 11 बजे तक नहीं आया तो मुझे बेचैनी सी होने लगता।7-8 दिन बाद सुबह और शाम को बात होने लगी।

जब वह 15 दिन के बाद छुट्टी से लौटकर वापस हमारे यहाँ आई, हम दोनों ने ऑफिस से छुट्टी ले लिया और घूमने के लिए लोधी गार्डन चले गए।वहां पहुँचने पर मौसम भी हमारे साथ हो गया और हल्की बारिश होने लगी।हम बारिश से बचने के लिए एक छाते से पेड़ की आड़ मे खड़े हो गए।

हमें थोड़ा सा भी पता नहीं चला कि हम दोनो कैसे एक हो गए। हमे ऐसा लगने लगा जैसे कि हम एक दूसरे को सालों से जानते हों।उसे मेरे बारे में सब पता था कि मैं दो बच्चों का बाप हूं।

तब मेरी उम्र 34 की थी और वो 20 साल की कुवारी लड़की थी।वो ये भी जानती थी कि मैं अपनी पत्नी को बेहद चाहता हूँ। और मैंने भी उसे साफ साफ कह दिया था की मैं तुम्हे बहुत प्यार करता हूं मगर तुम मेरी पत्नी का दर्जा नहीं ले सकती हो।हमारा प्यार दिन प्रतिदिन बढ़ता गया, यहां तक कि हम दोनों ने मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर एकदूसरे को जयमाला डालकर मन ही मन पति-पत्नी बन गए।

उसके लिए कई रिश्ते आए और उसने मेंरे सारे रिश्ते को इनकार कर दिया।मैंने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा और उसने साफ कह दिया कि मैं दीदी यानी मेरी पत्नी और बच्चों की जिंदगी खराब नहीं कर सकती हूँ।हमारा प्यार अब 5 साल का हो गया, अब उसकी उम्र 25 साल की हो गई थी।अब तक जितने भी रिश्ते आए सारे के सारे रिश्ते को उसने ठुकरा दिया और घर में साफ कह दिया की मुझे शादी नहीं करनी हैं।एक दिन उसके साथ पार्क गया और उससे साफ साफ कह दिया की जहां रिश्ता आता है वहां रिश्ता कर लो या मुझसे ही शादी कर लो।अगर मेरी यह बात तुम नहीं मानोगी तो मैं तुम्हारा शक्ल कभी नहीं देखूंगा।

इस तरह 4 घंटे तक समझाने के बाद वो शादी करने के लिए तैयार हो जाती हैं और घरवालों की मर्जी से शादी के बंधन में बंध जाती हैं।उसकी शादी में मैं उसके गांव चला गया।आज उसकी शादी की 7 साल हो गए और अब 2 बेटियां भी हैं।

उसके मायके, ससुराल और मेरे परिवार के बीच एक अच्छे रिश्ते बन गए थे।हम दोनों दो अलग-अलग जिले में रहते हैं।आज हम सारी पारिवारिक उलझनों को पार कर एक दूसरे के साथ प्यार करते हैं।सच मानो दोस्तों, मेरा प्यार आज भी जिंदा है और हमेशा जिंदा रहेगा।आज हम दोनों अपने प्यार के रिश्तों को अच्छे से निभा हैं साथ ही समाज में एक सही दिशा दिखाने में कारगर रहे।मेरा यही कहना हैं कि प्यार को हासिल करना ही प्यार नहीं होता है बल्कि त्याग, बलिदान और जीवन को समझना भी प्यार कहलाता है।

Sohna Aur Mahiwal Love Stories in Hindi

paheliyan in hindi with answer

सोहनी-महिवाल पंजाब की धरती से जुड़ी एक सच्ची प्रेम कथा है।सोहनी सिंधु नदी के तट पर रहने वाली कुम्हार तुला की बेटी थी।वह कुम्हार द्वारा बनाए गए खूबसूरत बर्तनों पर चित्रकारी करती थी।

उजबेकिस्तान स्थित बुखारा का एक धनी व्यापारी इज्जत बेग व्यापार के सिलसिले में भारत आता।सोहनी से मिलने पर वह उसके सौंदर्य को देखकर उसपर मोहित हो जाता हैं।सोहनी को देखने के लिए वह हर रोज सोने की मुहरें जेब में भरकर कुम्हार के पास आया करता और बर्तन खरीदता।

सोहनी भी उसकी तरफ आकर्षित हो गई।बाद में इज्जत बेग सोहनी के पिता के घर भैंसों को चराने की नौकरी करने लगा।पंजाब में भैंसों को महियां कहा जाता है इसलिए भैंसों को चराने वाला इज्जत बेग महिवाल कहलाने लगा।दोनों की मुलाकात मोहब्बत में बदल गई।

जब सोहनी की मां को यह बात पता चली तो उन्होंने महिवाल को घर से निकाल दिया।सोहनी की शादी किसी और से कर दी गई।लेकिन महिवाल तो सोहनी के बिना जी नहीं सकता था। इसलिए महिवाल ने अपने खूने-दिल से लिखा खत सोहनी को भिजवा दिया।सोहनी ने जवाब दिया कि मैं तुम्हारी थी और तुम्हारी ही रहूंगी।

सोहनी के प्यार में पागल महिवाल अपना घर, देश भूलकर फकीर हो गया।मगर दोनों प्रेमियों ने मिलना नही छोड़ा।रोज जब रात में सारी दुनिया सोती, सोहनी नदी के उस पार महिवाल का इंतजार करती, जो तैरकर उसके पास आता।

महिवाल बीमार हुआ तो सोहनी एक पक्के घडे की मदद से तैरकर उससे मिलने पहुंचने लगी।सोहनी की ननद ने एक बार उन्हें देख लिया तो उसने पक्के घडे की जगह कच्चा घड़ा रख दिया।सोहनी ने जल्दबाजी में वह कच्चा घड़ा उठाया और महिवाल से मिलने निकल पड़ी।

प्यार में बैचेन सोहनी कच्चे घड़े द्वारा नदी पार करने लगी।घड़ा नदी के बीच में ही टूट गया और सोहनी डूबने लगी।महिवाल उसे बचाने के लिए नदी में कूदा लेकिन वह भी डूब गया।सुबह मछुआरों के जाल में दोनों के जिस्म मिले जो मर कर भी एक हो गए थे।इस तरह यह दुख भरी प्रेम कहानी खत्म हो गई।

Prithviraj and Sanyogita Love stories in Hindi

love stories in hindi
source:wikimedia

अजमेर के Raja Rameshwar और Rani karpuri देवी के यहाँ सन 1149 में एक पुत्र जन्मा था।जो आगे जाकर महान सम्राट Prithviraj chauhan के नाम से प्रसिद्ध हुआ।बाद में उसे दिल्ली के अंतिम हिंदू शासक के रूप मे जाना जाने लगा था।संयोगिता kannauj के राजा जयचंद की पुत्री थी।वह बहुत ही सुंदर थी।

संयोगिता” पृथ्वीराज की वीरता के कई सारे किस्से सुनी थी।वो अपनी सहेलियों से भी पृथ्वीराज के बारे में जानकारियां लिया करती थी।एक बार दिल्ली के पन्नाराय चित्रकार, राजा पृथ्वीराज के कुछ दुर्लभ चित्र लेकर कन्नौज राज्य में आया हुआ था।जैसे ही राजकुमारी “संयोंगिता” को पता चला तो वह चित्रकार को अपने पास बुलाती और महाराज पृथ्वीराज का चित्र दिखाने का आग्रह करती हैं।

पृथ्वीराज का चित्र देखते ही उनका मन मोहित हो जाता हैं। चित्रकार पन्नाराय ने राजकुमारी का चित्र बनाकर पृथ्वीराज के सामने प्रस्तुत करते हैं और राजकुमारी के मन की बात को उन्हें बताते हैं।पृथ्वीराज इन बातों को सुनकर और चित्र देखकर राजकुमारी संयोगिता पर मोहित हो जाते हैं।

दोनों के बीच एक गहरा प्रेम होता गया लेकिन संयोगिता के पिता राजा जयचंद्र की पृथ्वीराज चौहान से दुश्मनी थी।जयचंद्र ने संयोगिता के विवाह में पृथ्वीराज को नहीं बुलाया, उल्टा prithviraj chauhan को अपमानित करने के लिए उनका पुतला दरबान के रूप में दरवाजे पर रखवा दिया।लेकिन पृथ्वीराज बिन बताए स्वयंवर में आए और सबके सामने राजकुमारी को उसकी सहमती से अगवा कर ले गए।राजधानी पहुंचकर दोनों ने शादी कर लिया।

ऐसा कहा जाता हैं कि इसी अपमान का बदला लेने के लिए जयचंद्र ने मोहम्मद गौरी को भारत पर आक्रमण करने का निमंत्रण दिया था।पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गौरी को 17 बार हराया था।18वीं बार गौरी ने पृथ्वीराज को धोखे से बंदी बनाकर अपने देश ले जाता हैं, वहां उसने गर्म सलाखों से पृथ्वीराज की आंखे तक फोड़ देता हैं।

मोहम्मद ग़ौरी ने पृथ्वीराज से उनकी अंतिम ईच्‍छा पूछता हैं।पृथ्वीराज के अभिन्न सखा चंदबरदायी ने कहा की पृथ्वीराज शब्द भेदी बाण छोड़ने में माहिर सूरमा है इसलिए इन्हें अपनी इस कला के प्रदर्शन की अनुमति दी जाएँ।ग़ौरी ने मंजूरी दे दी।

प्रदर्शन के दौरान ग़ौरी ने जैसे ही अपने मुंह से शाबास लफ्ज निकाला तो उसी समय चंदबरदायी ने पृथ्वीराज से कहा – चार बाँस चौबीस गज अंगुल अष्‍ठ प्रमाण, ता ऊपर है सुल्तान, मत चूको रे चौहान।इतना इशारा पाते ही अंधे पृथ्वीराज ने ग़ौरी की आवाज पर शब्दभेदी बाण छोड़ दिया।जिससे गौरी मारा गया। अपनी दुर्गति से बचने के लिए चंदबरदायी और पृथ्वीराज दोनों ने एक-दूसरे का वध कर दिया।

जब संयोगिता को इस बात की खबर मिली तो उन्होंने भी सती होकर जान दे दी। इस तरह इस प्रेम कहानी का अंत हो गया।

Best Love Story Movies of all time

आजतक सच्चे प्रेम कहानियॉ पर आधारित कई सारे movies देखने को मिल जाएंगे।चाहे bollywood हो या hollywood हर जगह पर प्रेम कहानियों पर आधारित movies बनाये गए हैं।चलिये इन प्रेम कहानियों पर आधारित movies के नाम जानते हैं।

  • Devdas(2002)
  • Dhadak
  • Loveyatri
  • Fanaa
  • Veer Zaara
  • Raja Hindustani
  • 1942:A love Story
  • Prem Rog
  • Love Story(2021)
  • Titanic
  • The Notebook
  • The proposal
  • Shakespeare in love
  • Remember me
  • Dear John
  • Princess Bride
  • Love Actually

Best Love Stories Webseries in OTT

जिस तरह कई सारे सच्ची प्रेम कहानी हिंदी और अंग्रेजी फिल्में के दर्शाए गए हैं उसी तरह कई OTT platform में भी love stories पर आधारित webseries लाए गए हैं।ये webseries पूरी तरह से सच्चे प्रेम कहानीयो पर आधारित हैं।चलिये कुछ webseries के नाम जानते हैं।

  • His Storry
  • Kehne ko humsafar hain
  • Babaakee
  • Taj Mahal 1989
  • Baarish
  • Little things
  • Fittrat

Best selling Love Stories by Indian Authors

भारत के कई ऐसे love stories book हैं जो indian authors के द्वारा लिखा गया था जो काफी popular भी हुआ था और लोग इन कहानियों को पढ़ना पसंद किए थे।ऐसे कई सारी love stories books published किये गए लेकिन यहाँ हमलोग most selling love stories books के बारे में जानेंगे।

Stories nameAuthor
A halfed Baked Love storyAnurag Garg और Gunjan Narang
I too had love storyRavindra Singh
2 StatesChetan Bhagat
WednesdayDies Mercurii
Anything for you Maa’mTushar Raheja
The PromiseNikita Singh
Just Married, Please ExcuseYashodhara lal

Who is the most Popular love in history?

इतिहास में ऐसे कई सारे प्रेम कहानियॉ के बारे में आपने सुना होगा जो सच्चे प्रेम की एक मिसाल के तौर पर देखा जाता हैं।सच्ची प्रेम उसे बोलते हैं जो सात जन्मों तक जीने और मरने की कसमें खाते हैं।चलिए इतिहास के कुछ प्रेम कहानियों के बारे में जानते हैं।

  • बाजी राव और मस्तानी की प्रेम कहानी
  • हिंर रांझा की प्रेम कहानी
  • शाह जहां और मुमताज महल की प्रेम कहानी
  • पृथ्वी राज चौहान और संयोजिता कि प्रेम कहानी
  • क्वीन विक्टोरिया और प्रिंस अल्बर्ट की प्रेम कहानी
  • लैला और मजनू की प्रेम कहानी
  • पैर्रे और मेरी क्यूरी की सच्ची प्रेम कहानी

Must Read

Love Stories in Hindi Video

Conclusion

आज यहाँ हमलोग प्रेम की सच्ची कहानियों के संग्रह आपके पास लेकर आए हैं।इन कहानियों को पढ़कर आपकों काफी मजा आने वाला हैं।इन कहानियों में आपको पता चला होगा की सच्चे प्रेम में कितनी अटूट बंधन होता हैं।दो प्रेम करने वाले लोग में कितनी रुकावटे आती हैं।

यदि आपको यह लेख पसंद आया होगा तो दोस्तों के साथ इसे शेयर जरूर करें।अपने विचारों को comment करके लोगों को साथ शेयर जरूर करें।

FAQs on Love Stories in Hindi

Love story क्या हैं?

Love story को हिंदी में प्रेम कहानी बोलते हैं।Love story दो प्रेमी के बीच में प्रेम को दर्शाने के लिए उपयोगी कहानी हैं।यदि कोई प्रेमी एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्रेम करते हैं तब ये प्रेम कहानियॉ काफी उपयोगी होगा।

What are best love story in hindi?

ऐसे तो बहुत सारे प्रेम कहानी के बारे में सुने होंगे लेकिन जो सबसे बेहतरीन कहानियॉ हैं उनके बारे नाम के बारे जानेंगे। Romeo Juliet love story, सोहना और महिवाल की प्रेम कहानी, ओस की बूंदे में, तुम्हारी यादें, पृथ्वीराज और संयोजिता के प्रेम कहानी इत्यादि इतिहास की सबसे best love stories हैं।

World best lovers of the world?

दुनिया में सच्चे प्रेमी की सूची में कई सारे country हैं।उनके बारे हम accending order में देखेंगे।Italy, France, Ireland, South Africa, Australia, Denmark.

Which is greatest couple of history?

लैला मजनू, शाहजहां-मुमताज महल, पृथ्वीराज चौहान-संयोजिता, हिंर-रांझा इत्यादि history के सबसे grestest couple के नाम से जानते हैं।

Share with your friends

Leave a Comment